वित्त वर्ष 2017 की तीसरी तिमाही में रिलायंस इंडस्ट्रीज का स्टैंडअलोन मुनाफा 4.1 फीसदी बढ़कर 8,022 करोड़ रुपये हो गया है। वित्त वर्ष 2017 की दूसरी तिमाही में रिलायंस इंडस्ट्रीज का स्टैंडअलोन मुनाफा 7704 करोड़ रुपये रहा था।
वित्त वर्ष 2017 की तीसरी तिमाही में रिलायंस इंडस्ट्रीज की स्टैंडअलोन आय 3.5 फीसदी बढ़कर 66,606 करोड़ रुपये पर पहुंच गई है। वित्त वर्ष 2017 की दूसरी तिमाही में रिलायंस इंडस्ट्रीज की स्टैंडअलोन आय 64,344 करोड़ रुपये रही थी।
You can also follow us for daily intraday updates click here to
तिमाही आधार पर अक्टूबर-दिसंबर तिमाही में रिलायंस इंडस्ट्रीज का स्टैंडअलोन एबिटडा 10,555 करोड़ रुपये से बढ़कर 10,604 करोड़ रुपये रहा है। तिमाही आधार पर अक्टूबर-दिसंबर तिमाही में रिलायंस इंडस्ट्रीज का स्टैंडअलोन एबिटडा मार्जिन 16.4 फीसदी से घटकर 15.9 फीसदी रहा है। तिमाही आधार पर तीसरी तिमाही में रिलायंस इंडस्ट्रीज का ग्रॉस रिफाइनिंग मार्जिन यानि जीआरएम 10.1 डॉलर प्रति बैरल से बढ़कर 10.8 डॉलर प्रति बैरल रहा है। तिमाही आधार पर तीसरी तिमाही में रिलायंस इंडस्ट्रीज का सिंगापुर जीआरएम 5.1 डॉलर प्रति बैरल से बढ़कर 6.7 डॉलर प्रति बैरल रहा है।
तिमाही आधार पर तीसरी तिमाही में रिलायंस इंडस्ट्रीज के पेटकेम कारोबार की स्टैंडअलोन बिक्री 1.8 फीसदी बढ़ी है, जबकि पेटकेम कारोबार का स्टैंडअलोन एबिट 3 फीसदी घटकर 3,359 करोड़ रुपये रहा है। तिमाही आधार पर तीसरी तिमाही में रिलायंस इंडस्ट्रीज के पेटकेम कारोबार का स्टैंडअलोन एबिट मार्जिन 16 फीसदी से घटकर 15.5 फीसदी रहा है।
तिमाही आधार पर तीसरी तिमाही में रिलायंस इंडस्ट्रीज के रिफाइनिंग कारोबार की स्टैंडअलोन बिक्री 2.6 फीसदी बढ़ी है, जबकि रिफाइनिंग कारोबार का स्टैंडअलोन एबिट 3.8 फीसदी बढ़कर 6,127करोड़ रुपये रहा है। तिमाही आधार पर तीसरी तिमाही में रिलायंस इंडस्ट्रीज के रिफाइनिंग कारोबार का स्टैंडअलोन एबिट मार्जिन 11.4 फीसदी से बढ़कर 11.5 फीसदी रहा है।
No comments:
Post a Comment