चीन और अमेरिका के बीच व्यापार को लेकर बढ़ते तनाव के बीच चीन द्वारा अमेरिका से कच्चे तेल के आयात पर शुल्क लगाये जाने की धमकी के कारण कच्चे तेल की कीमतों में गिरावट जारी रहने की संभावना है।
निवेशकों की नजर इस हफ्ते वियना में होने वाली ओपेक की बैठक पर टिकी हुई है। सऊदी अरब और रूस उत्पादन में बढ़ोतरी करने का समर्थन कर रहे हैं। 22-23 जून को होने वाली बैठक में तेल की बढ़ती कीमतों को काबू में करने के लिए उत्पादन में बढ़ोतरी करने पर फैसला किया जा सकता है। कच्चे तेल की कीमतों को 4,480 के नजदीक बाधा रह सकती है और कीमतों में 4,385 रुपये तक गिरावट हो सकती है। ओपेक और उसके सहयोगी देशों द्वारा तेल आपूर्ति में बढ़ोतरी किये जाने की संभावना से शुक्रवार को तेल की कीमतो में लगभग 3% की गिरावट हुई थी। अमेरिकी कच्चे तेल के उत्पादन में बढ़ोतरी जारी रहने और चीन और अमेरिका के बीच व्यापार को लेकर बढ़ते तनाव के कारण आज कीमतों पर दबाव देखा जा रहा है।
नेचुरल गैस वायदा की कीमतों में तेजी रहने की संभावना है। नेचुरल गैस की कीमतों को 202 रुपये के नजदीक सहारा रह सकता हैं और 210 रुपये तक बढ़त दर्ज की जा सकती है। अमेरिका में अनुमान से अधिक तापमान की संभावना के बाद गैस की माँग में बढ़ोतरी होने के अनुमान के कारण अमेरिकी नेचुरल गैस वायदा की कीमतों में बढ़त दर्ज की गयी है।
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