बेस मेटल में आपूर्ति की कमी की संभावना से तांबे और निकल की कीमतों में तेजी जारी रह सकती है।
इसके अलावा शेष बेस मेटल में एक दायरे में रहने की संभावना है। लेकिन तांबें में उच्च स्तर पर मुनाफा वसूली से इंकार नही किया जा सकता है। तांबें की कीमतें 484 रुपये के स्तर पर सहारे के साथ 500 रुपये तक बढ़त दर्ज कर सकती है। चिली में बीएचपी के इस्कॉनडीडा खदान के श्रमिक संगठनों के साथ नये करार को लेकर बातचीत शुरू करने के कारण आपूर्ति बाधित होने की आशंका से पिछले हफ्ते एलएमई में तांबें की कीमतों को साढ़े चार वर्ष में सबसे जोरदार तेजी दर्ज की गयी। इंस्कॉनडीडा खदान के श्रमिक संगठनों ने अंतिम चरण की बातचीत शुरू की है। 2017 में करार के अफसल होने के कारण हड़ताल हुई थी, जिसके कारण उत्पादन में लगभग 8% की गिरावट हुई थी।
जिंक में साइडवेज कारोबार होने की संभावना है और कीमतों को 214 के नजदीक सहारा और 220 के स्तर पर बाधा रह सकती है। निकल की कीमतों को 1,020 रुपये के स्तर पर सहारा रह सकता है जबकि कीमतें 1,060-1,070 रुपये के स्तर पर पहुँच सकती हैं। चीन की सबसे बड़ी निकल पिग आइएल कंपनी ने किंगदाओं में होने वाली शांघाई सहयोग संगठन की बैठक से पहले उत्पादन में कमी करने को कहा है।
उधर लेड की कीमतों में 172 रुपये तक रिकवरी जारी रह सकती है। लेड को 164 रुपये के स्तर पर सहारा मिलने की उम्मीद है। चीन में निजी खनन पर कार्रवाई के कारण लेड की आपूर्ति कम हो सकती है। एल्युमीनियम में मिला-जुला कारोबार होने की संभावना है जबकि कीमतों को 153 रुपये के नजदीक सहारा और 160 रुपये के स्तर पर बाधा रह सकती है। अमेरिका ने कनाडा, मेक्सिको और यूरोपीय यूनियन से आयात होने वाले एल्युमीनियम और स्टील उत्पादों पर टैरिफ लगा दिया है, जिसके बदले में इन देशों ने अमेरिका को जवाबी कार्रवाई करने की धमकी दी है।
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